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हर्निया सर्जरी क्या है? Hernia Surgery Meaning in Hindi

हर्निया सर्जरी क्या है? Hernia Surgery Meaning in Hindi

हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का अंदरूनी अंग या ऊतक, जैसे आंत, पेट की दीवार में कमजोरी या छेद से बाहर निकल आता है। हर्निया सर्जरी, जिसे "हर्निया रिपेयर" या "हर्नियोरैफी" भी कहा जाता है, एक ऐसी चिकित्सकीय प्रक्रिया है जिसमें इस कमजोर क्षेत्र या छेद को बंद करके अंगों को वापस उनकी सही स्थिति में स्थापित किया जाता है।

आज के समय में, विशेष रूप से laparoscopic hernia surgery in Hindi (लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी) काफी लोकप्रिय हो गई है, जो कम दर्द और जल्दी रिकवरी के साथ इस समस्या का समाधान प्रदान करती है। इस प्रक्रिया में, कुछ छोटे चीरे लगाकर विशेष कैमरे और उपकरणों की मदद से हर्निया का इलाज किया जाता है।

हर्निया के कई प्रकार होते हैं, जिनमें सबसे आम हैं:

  1. इंग्विनल हर्निया: यह पुरुषों में अधिक सामान्य है और पेट के निचले हिस्से या जांघ में होता है।

  2. फेमोरल हर्निया: यह महिलाओं में अधिक सामान्य है और जांघ के ऊपरी भाग में होता है।

  3. अम्बिलिकल हर्निया: यह नाभि (नाभी) के आसपास होता है, विशेष रूप से नवजात शिशुओं में।

  4. हाइएटल हर्निया: इसमें पेट का कुछ हिस्सा डायाफ्राम के छेद से छाती में प्रवेश कर जाता है।

  5. इनसिजनल हर्निया: यह पूर्व में की गई सर्जरी के घाव पर विकसित होता है।

हर्निया की समस्या आमतौर पर समय के साथ बिगड़ती जाती है और इसका एकमात्र प्रभावी इलाज सर्जरी है। अनुपचारित हर्निया गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, जैसे इनकार्सरेशन (जब अंग फंस जाता है और वापस नहीं जा सकता) या स्ट्रैंगुलेशन (जब फंसे हुए अंग का रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है), जो जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है।

हर्निया सर्जरी की प्रक्रिया (Hernia Surgery procedure in Hindi)

हर्निया सर्जरी की प्रक्रिया चुने गए तरीके और हर्निया के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है। आज के समय में मुख्य रूप से दो प्रकार की सर्जरी तकनीकें प्रचलित हैं:

1. ओपन सर्जरी (पारंपरिक विधि)

इस प्रक्रिया में:

  • सर्जन हर्निया वाले स्थान पर एक बड़ा चीरा लगाता है

  • हर्निया सैक की पहचान करके उसे वापस पेट के अंदर धकेला जाता है

  • कमजोर क्षेत्र को टांकों से मजबूत किया जाता है

  • अक्सर एक सिंथेटिक मेश लगाया जाता है जो दीवार को अतिरिक्त समर्थन प्रदान करता है

  • चीरे को बंद कर दिया जाता है

2. लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी (न्यूनतम इनवेसिव विधि)

Laparoscopic hernia surgery in Hindi (लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी) आधुनिक चिकित्सा का एक अहम हिस्सा बन गई है। इस प्रक्रिया में:

  • पेट पर कई छोटे चीरे (आमतौर पर 0.5-1 सेमी) लगाए जाते हैं

  • एक चीरे से लैप्रोस्कोप (एक पतला कैमरा) डाला जाता है

  • अन्य चीरों से विशेष उपकरण डाले जाते हैं

  • कार्बन डाइऑक्साइड गैस के माध्यम से पेट को फुलाया जाता है ताकि सर्जन को बेहतर दृश्यता मिले

  • हर्निया की मरम्मत की जाती है और आमतौर पर एक मेश लगाया जाता है

  • चीरों को छोटे टांकों या चिपकाने वाले टेप से बंद किया जाता है

लैप्रोस्कोपिक बनाम ओपन सर्जरी

लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी के कई फायदे हैं:

  • छोटे चीरे और कम दर्द

  • कम रक्तस्राव और संक्रमण का जोखिम

  • तेज़ रिकवरी और अस्पताल में कम समय

  • दैनिक गतिविधियों में जल्दी वापसी

  • कम निशान

हालांकि, कुछ मामलों में ओपन सर्जरी अधिक उपयुक्त हो सकती है, विशेष रूप से:

  • बड़े या जटिल हर्निया के लिए

  • पिछली पेट की सर्जरी के बाद

  • रोगी की विशिष्ट स्वास्थ्य स्थितियों के कारण

रोबोटिक हर्निया सर्जरी

आधुनिक चिकित्सा में रोबोटिक-सहायता प्राप्त हर्निया सर्जरी भी उपलब्ध है, जिसमें सर्जन रोबोटिक आर्म्स का उपयोग करके अधिक सटीकता से प्रक्रिया को संचालित कर सकता है। यह तकनीक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी का ही एक उन्नत रूप है।

सर्जरी से पहले की तैयारी

हर्निया सर्जरी से पहले, निम्नलिखित तैयारियां महत्वपूर्ण हैं:

  1. चिकित्सा मूल्यांकन: डॉक्टर आपके स्वास्थ्य इतिहास की समीक्षा करेंगे और विभिन्न परीक्षण जैसे रक्त परीक्षण, ईसीजी या छाती का एक्स-रे का आदेश दे सकते हैं।

  2. दवाओं की समीक्षा: कुछ दवाओं, विशेष रूप से रक्त पतला करने वाली दवाओं को सर्जरी से पहले बंद करना पड़ सकता है।

  3. उपवास: सर्जरी से कुछ घंटे पहले खाना और पीना बंद करना होगा (आमतौर पर 8-12 घंटे)।

  4. व्यक्तिगत तैयारी: सर्जरी वाले दिन स्नान करना और किसी भी आभूषण या धातु की वस्तुओं को हटाना।

सर्जरी के बाद देखभाल और रिकवरी

हर्निया सर्जरी के बाद, निम्नलिखित देखभाल महत्वपूर्ण है:

तत्काल देखभाल

  1. दर्द प्रबंधन: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दर्द निवारक दवाएं लेना।

  2. घाव की देखभाल: घाव को साफ और सूखा रखना, किसी भी असामान्य रिसाव, लालिमा या सूजन पर नज़र रखना।

  3. गतिविधि: सर्जरी के बाद हल्की गतिविधि की सलाह दी जाती है, लेकिन भारी वजन उठाने और कठोर व्यायाम से बचना चाहिए।

  4. आहार: हल्का, आसानी से पचने वाला आहार शुरू करना और धीरे-धीरे सामान्य आहार पर लौटना।

दीर्घकालिक देखभाल

  1. फॉलो-अप विज़िट: अपने सर्जन के साथ नियमित फॉलो-अप अपॉइंटमेंट रखना।

  2. गतिविधि प्रतिबंध: डॉक्टर के निर्देशानुसार कुछ समय के लिए भारी वजन उठाने से बचना (आमतौर पर 4-6 सप्ताह)।

  3. व्यायाम: धीरे-धीरे हल्के व्यायाम शुरू करना, जैसे चलना।

  4. जीवनशैली समायोजन: हर्निया के पुनरावर्तन को रोकने के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना, धूम्रपान छोड़ना और कब्ज से बचना।

हर्निया सर्जरी के संभावित जोखिम और जटिलताएं

हर कोई सर्जरी में कुछ जोखिम होते हैं, हर्निया सर्जरी के संभावित जोखिमों में शामिल हैं:

  1. संक्रमण: सर्जरी के स्थान पर संक्रमण हो सकता है।

  2. रक्तस्राव: सर्जरी के दौरान या बाद में अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता है।

  3. सीरोमा: घाव के नीचे तरल पदार्थ का संग्रह।

  4. दर्द: कुछ रोगियों को लंबे समय तक दर्द या असुविधा का अनुभव हो सकता है।

  5. हर्निया का पुनरावर्तन: कुछ मामलों में, हर्निया फिर से हो सकता है।

  6. नसों या रक्त वाहिकाओं को नुकसान: सर्जरी के दौरान आसपास की संरचनाओं को क्षति पहुंच सकती है।

  7. मेश से संबंधित जटिलताएं: सिंथेटिक मेश के उपयोग से कभी-कभी संक्रमण या शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया हो सकती है।

हर्निया से बचाव के उपाय

हालांकि सभी हर्निया को रोका नहीं जा सकता, लेकिन निम्नलिखित उपाय जोखिम को कम कर सकते हैं:

  1. स्वस्थ वजन बनाए रखना: अतिरिक्त वजन पेट पर दबाव डालता है।

  2. सही तरीके से वजन उठाना: भारी वस्तुओं को उठाते समय पीठ की बजाय पैरों का उपयोग करें।

  3. धूम्रपान छोड़ना: धूम्रपान खांसी का कारण बन सकता है और पेट के दबाव को बढ़ा सकता है।

  4. कब्ज से बचना: लंबे समय तक तनाव देने से पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है।

  5. पेट की मांसपेशियों को मजबूत करना: नियमित व्यायाम से कोर की ताकत में सुधार हो सकता है।

हर्निया सर्जरी के प्रकार

हर्निया के प्रकार और स्थिति के आधार पर, विभिन्न प्रकार की सर्जरी तकनीकें उपयोग की जाती हैं:

इंग्विनल हर्निया सर्जरी

  1. लिचटेंस्टीन तनावरहित हर्नियोप्लास्टी: यह ओपन सर्जरी का एक सामान्य रूप है जिसमें मेश का उपयोग किया जाता है।

  2. TAPP (ट्रांस-एब्डोमिनल प्री-पेरिटोनियल): यह एक लैप्रोस्कोपिक तकनीक है जिसमें पेरिटोनियल गुहा के माध्यम से पहुंच शामिल है।

  3. TEP (टोटली एक्स्ट्रापेरिटोनियल): एक और लैप्रोस्कोपिक तकनीक जिसमें पेरिटोनियम में प्रवेश किए बिना मरम्मत की जाती है।

अम्बिलिकल हर्निया सर्जरी

  1. प्राथमिक क्लोज़र: छोटे हर्निया के लिए, सर्जन सीधे टांके लगा सकता है।

  2. मेश रिपेयर: बड़े हर्निया के लिए, मजबूती के लिए मेश का उपयोग किया जाता है।

इनसिज़नल हर्निया सर्जरी

  1. कंपोनेंट सेपरेशन: बड़े हर्निया के लिए पेट की दीवार को पुनर्निर्माण करने की एक तकनीक।

  2. संयुक्त मेश तकनीक: विभिन्न प्रकार के मेश और प्लेसमेंट का उपयोग।

हाइएटल हर्निया सर्जरी

  1. निसेन फंडोप्लिकेशन: अक्सर एसिड रिफ्लक्स के साथ हाइएटल हर्निया के लिए उपयोग की जाने वाली प्रक्रिया।

  2. पेराएसोफेगल हर्निया रिपेयर: बड़े हाइएटल हर्निया के लिए अधिक जटिल प्रक्रिया।

हर्निया सर्जरी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या हर्निया बिना सर्जरी के ठीक हो सकता है?

नहीं, हर्निया स्वयं ठीक नहीं होता। एक बार जब पेट की दीवार कमजोर होती है या उसमें छेद हो जाता है, तो यह अपने आप बंद नहीं होता। सर्जरी ही एकमात्र प्रभावी इलाज है।

हर्निया सर्जरी के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है?

रिकवरी का समय सर्जरी के प्रकार और हर्निया के आकार पर निर्भर करता है:

  • लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के बाद: 1-2 सप्ताह में हल्की गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं, 2-4 सप्ताह में पूर्ण रिकवरी।

  • ओपन सर्जरी के बाद: 2-3 सप्ताह में हल्की गतिविधियां, 4-6 सप्ताह में पूर्ण रिकवरी।

क्या हर्निया सर्जरी के बाद हर्निया वापस आ सकता है?

हां, हर्निया का पुनरावर्तन संभव है, विशेष रूप से अगर:

  • रोगी अत्यधिक वजन उठाता है

  • मोटापा या अत्यधिक वजन है

  • धूम्रपान करता है

  • लगातार कब्ज से पीड़ित है

  • घाव ठीक से नहीं भरता

क्या हर्निया सर्जरी के बाद मेश को कभी निकालना पड़ता है?

अधिकांश मामलों में, हर्निया मेश स्थायी रूप से रहता है और इसे निकालने की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, कुछ मामलों में, मेश को निकालना पड़ सकता है अगर:

  • संक्रमण विकसित होता है

  • मेश के साथ शरीर की असंगतता है

  • लगातार दर्द या असुविधा होती है

  • मेश का स्थानांतरण या सिकुड़न होता है

क्या हर्निया सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया का उपयोग किया जाता है?

हां, हर्निया सर्जरी के लिए एनेस्थीसिया का उपयोग किया जाता है। प्रकार हर्निया के स्थान, आकार और सर्जरी की विधि पर निर्भर करता है:

  • स्थानीय एनेस्थीसिया: छोटे ग्रोइन हर्निया के लिए

  • स्पाइनल या एपिड्युरल एनेस्थीसिया: पेट के निचले हिस्से की सर्जरी के लिए

  • जनरल एनेस्थीसिया: लैप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं या जटिल हर्निया के लिए

डॉ. अलॉय जे मुखर्जी क्यों चुनें?

डॉ. अलॉय जे मुखर्जी को अपने हर्निया उपचार के लिए चुनने के कई महत्वपूर्ण कारण हैं। वे दिल्ली के सबसे अनुभवी और कुशल हर्निया सर्जनों में से एक हैं, जिन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक हजारों सफल हर्निया सर्जरी की हैं। Best Hernia Surgeon in Delhi के रूप में प्रतिष्ठित, डॉ. मुखर्जी लैप्रोस्कोपिक और रोबोटिक हर्निया सर्जरी में विशेषज्ञता रखते हैं, जिससे मरीजों को कम दर्द, छोटे निशान और तेज़ रिकवरी का लाभ मिलता है। उन्होंने अपने करियर में जटिल और पुनरावर्ती हर्निया मामलों का इलाज करने में विशेष योग्यता विकसित की है, जिससे वे चुनौतीपूर्ण स्थितियों के लिए भी एक विश्वसनीय विकल्प बन गए हैं। डॉ. मुखर्जी रोगी-केंद्रित देखभाल में विश्वास करते हैं, व्यक्तिगत उपचार योजनाएं विकसित करते हैं, और प्रत्येक रोगी की विशिष्ट स्थिति को समझने में समय व्यतीत करते हैं। अत्याधुनिक सर्जिकल तकनीकों और नवीनतम शोध में निरंतर प्रशिक्षण से, वे हर्निया उपचार में अग्रणी बने हुए हैं। अपनी बहुभाषी क्षमताओं के साथ, डॉ. मुखर्जी अपने मरीजों के साथ उनकी पसंदीदा भाषा में संवाद करके आरामदायक माहौल बनाते हैं, जिससे दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों के लिए हर्निया देखभाल सुलभ हो जाती है।

निष्कर्ष

हर्निया एक सामान्य चिकित्सकीय स्थिति है जिसका इलाज सर्जरी से प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। आधुनिक सर्जिकल तकनीकें, विशेष रूप से laparoscopic hernia surgery in Hindi (लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी), बेहतर परिणाम, कम दर्द और तेज रिकवरी प्रदान करती हैं।

हर्निया के लक्षणों की पहचान करना और समय पर चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि अनुपचारित हर्निया गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। सही सर्जिकल विकल्प चुनने के लिए अपने डॉक्टर से विस्तृत चर्चा करें और सर्जरी के बाद देखभाल के निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें ताकि सफल परिणाम और पूर्ण रिकवरी सुनिश्चित हो सके।

आज के समय में, भारत में उच्च गुणवत्ता वाली हर्निया सर्जरी, विशेष रूप से लैप्रोस्कोपिक विकल्प, व्यापक रूप से उपलब्ध हैं, जो रोगियों को उनकी स्थिति के लिए सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करते हैं।